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आदिशक्ति (आध्यात्मिक आरोग्य संस्थान) द्वारा संस्थान} के संस्थापक पूज्य गुरूजी सूर्यभानजी महाराज के सानिध्य मे आयोजित प्रथम विशाल श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयग्य के शुभ अवसर पर परम पूज्य गुरुदेव अघोराचार्य अवधूत उग्र चण्डेश्वर काशी पीठाधीश्वर कपाली बाबा ने कहा कि भारत वर्ष में गृहस्थ संतो कि अति प्राचीन और मजबूत परंपरा रही है और महान संत अनंत श्री विभूषित महायोगी पल्लन बाबा उसी परंपरा का मजबूत आधार स्तम्भ हैं. पल्लन बाबा कही गए नहीं अपितु आज भी जीवित हैं और अपने भक्तों का मार्गदर्शन हमेशा करते रहेंगे.
अघोराचार्य महामहिम कपाली बाबा ने खुले शब्दों में भविष्यवाणी की कि पल्लन बाबा की जन्मभूमि निकट भविष्य में एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र बनेगी.
09 मार्च को “विश्व सद्भावना सम्मान” से अलंकृत किया गया प्रथम विशाल श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयग्य के मुख्य यजमान व सहयोगी समाजसेवी व के.एन.एन.सी. रीयल एस्टेट लिमिटेड व जी. के. ग्रुप के चेयरमैन जसवंत सिंह भुल्लर जी के स्थान पर संस्था के आशीष जी व अन्य लोगों को, माधोगंज हरदोई के मुस्कान टेंट हाउस के मालिक रामनाथ, के डी एन मीडिया के पत्रकार विवेक यादव, उन्नाव के पत्रकार व बी डी सी श्रीकृष्ण सिंह , आदिशक्ति (आध्यात्मिक आरोग्य संस्थान) की लक्ष्मी शर्मा , बिहार से सुनील चौधरी, नेपाल के युवा समाजसेवी सुभाष राजा को अलंकृत किया गया !इस शुभ अवसर 03 मार्च को ही पूज्य गुरु कपाली बाबा जी महाराज एवम् पूज्य गुरूजी सूर्यभान महाराज जी द्वारा पत्रकार सुशील श्रीवास्तव को “विश्व सद्भावना सम्मान” से अलंकृत किया गया !
इस अवसर पर पूज्य गुरूजी श्री सूर्यभान जी महाराज श्री ने कहा की हम महान संत की इस पावन जन्म भूमि खुशलीपुर ग्राम को खुशलीपुर धाम के रूप मे देखना चाहते हैं! महान संत की यह पावन धरा देश और दुनिया के लिए एक गौरवशाली अध्यात्मिक सिधपीठ बने यही मेरी कामना है. आदिशकित {आध्यात्मिक आरोग्य संस्थान} के संस्थापक पूज्य गुरूजी सूर्यभान जी महाराज ने श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयग्य के शुभ अवसर कहा कि हम अनंत श्री विभूषित महायोगी गुरुदेव पल्लन् बाबा की जन्मस्थली खुशलीपुर, बाराबंकी हैदरगढ़ रोड, बाराबंकी पर हम उन पुण्य आत्माओं को सम्मानित कर देश व समाज में मानवता और भाईचारे का संदेश देना चाहते हैं जो समाज में धर्म अथवा मानवता के प्रति समर्पण भाव से कार्य कर रहे हैं ! इस अवसर पर आदिशकित के खुशलीपुर धाम के पीठाधीश श्री दिग्विजय जी महाराज भी मौजूद थे.
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें: 08595391059/ 09868037225.
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